पटना (KIU डेस्क)| 25 वर्षों में GIIT ने डिजिटल इंडिया में बेहतरीन सहभागिता की है और जिस प्रकार युवाओं का मार्गदर्शन कर उन्हें बेहतर करियर देने का प्रयास किया है, वह निःसंदेह काबिले तारीफ है. उक्त बातें पूर्व केन्द्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कही. वह रविवार को राजधानी पटना के विद्यापति भवन में GIIT की रजत जयंती समारोह में बोल रहे थे.
इससे पहले, समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि सह उद्घाटनकर्ता पूर्व केन्द्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, विशिष्ट अतिथि उप मुख्य सचेतक, विधान परिषद संजय प्रकाश मयुख, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, पूर्व विधायक उदय मांझी, प्रोफेसर डी एन सिन्हा, प्रोफेसर ब्रजेश तिवारी, संस्थान के सीईओ मधुप मणि व अन्य के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की गई.
इसके पश्चात आगत अतिथियों द्वारा “सफरनामा 25 वर्ष” स्मारिका का विमोचन भी किया गया जिसमें संस्थान के 25 वर्षों के कार्यकलापों की चर्चा शामिल थी.
मुख्य अतिथि रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बहुत ही खुशी की बात है कि बिहार के ऐतिहासिक नगरी पटना से शुरू हुई यह संस्था विभिन्न प्रांतों में जरूरतमंद लोगों में तकनीकी शिक्षा का अलख जगा रही है. यह GIIT का पिछले 25 वर्षों का प्रयास है कि लाखों बच्चे यहां से प्रशिक्षित हुए हैं और रोजगार प्राप्त किए हैं. डिजिटल इंडिया के मायने आम लोग समझ रहे हैं और इसे उपयोग में ला रहे हैं. GIIT ने 25 साल पूरा किया है, हम ये शुभकामना देते हैं कि 50वाँ साल और बेहतरीन हो.
विशिष्ट अतिथि संजय प्रकाश मयुख ने कहा कि मैं इस संस्थान से कई वर्षों से जुड़ा हुआ हूं और कई कार्यक्रमों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका हूं. उन्होंने बताया कि विगत 25 वर्षो में इस संस्था ने हजारों प्रशिक्षक तैयार किए हैं जो देश ही नहीं अपितु विश्व के विभिन्न भागों में कार्यरत हैं. जीआईआईटी प्रत्येक वर्ष गरीब बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना चलाती है जिसके तहत जरूरतमंद छात्रों को विभिन्न शाखाओं में निःशुल्क कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया जाता है.
विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा की जीआईआईटी की शाखा संचालित कर अपने भविष्य के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा के विकास में समाज को बेहतरीन योगदान दे रहे हैं, साथ ही बच्चों के भविष्य को संवारने का काम कर रहे हैं.
इसे भी पढ़ें – डॉक्टर ने इन चार सप्लीमेंट्स के इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी
अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान के सीईओ मधुप मणि ने कहा कि संस्थान ने पिछले 25 वर्षों में आईटी प्रशिक्षण से लेकर सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में कई कार्य किए हैं. संस्थान की शाखाएं देश के कई राज्यों में संचालित है. प्रत्येक वर्ष कम्प्यूटर योग्यता परीक्षा भी आयोजित की जाती हैं जिससे छात्रों को अपनी क्षमता पहचानने में मदद मिलती है. हमारे संस्थान द्वारा प्रशिक्षित किए गए छात्रों को रोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु हमारी विशेष टीम कार्य करती है जिसके तहत हजारों छात्र लाभान्वित हो चुके हैं.
संस्थान की चेयरपर्सन रेणुका सिन्हा की याद में दिए जाने वाले रेणुका सिन्हा सम्मान सुश्री कृपा, अमित सिंह और विजय नारायण सिंह को दिया गया.
समारोह में पश्चिम बंगाल और बिहार समेत अन्य राज्यों से आए हुए कलाकारों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई. समारोह के अंत में संस्थान में बेहतर कार्य करने वाले लोगों तथा संस्थान से जुड़े सभी लोगों को सम्मानित किया गया.